सामान्य जानकारी

कैंसर भारत एवं विश्व भर को अपने घातक प्रभाव में पकड़ रहा है और पिछले कुछ दशकों से कैंसर रोग बढ़ते जा रहे हैं। जिपमेर में कैंसर रोग प्रबंधन में एक नया अरूणोदय शुरू हुआ जब वर्ष 2010 में शल्यक अर्बुदविज्ञान विभाग अस्‍तित्‍व में आया। कैंसर से लड़ने और इसके प्रति प्रभावी इलाज पद्धति अपनाने के उद्देश्य से संस्थापित यह समर्पित और अति विशिष्ट दल, कैंसर से पीड़ित रोगियों को विस्तृत जाँच, आरंभिक निदान, उपचार और फॉलो-अप और पैल्‍इअटिव सेवाएं प्रदान करता हैं।

बहुविषयक अर्बुदविज्ञान, अर्बुदविज्ञान और सर्जिकल अनुप्रयोगों के सुदृढ़ और वर्तमान वैज्ञानिक ज्ञान के माध्यम से, शल्यक अर्बुदविज्ञान कैंसर देखभाल और सर्जरी में सर्वश्रेष्ठ कार्यप्रणाली लाने के लिए प्रयासरत है। विभाग की यह प्रतिबद्धता पुदुच्चेरी, तमिलनाडु तथा आस-पास के इलाके के रोगियों को आकर्षित करती है। कैंसर के इलाज के लिए एक टीम के रूप में काम करने की आवश्यकता होती है जिसमें विभिन्‍न विभाग और शल्यक अर्बुदविज्ञान हमारे पूरे क्षेत्र के रोगियों को उच्च गुणवत्ता वाली कैंसर का इलाज प्रदान करने के लिए शामिल होते हैं।

हाल ही में, कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएं, बोन सार्कोमा हेतु रिकन्सट्रक्शन के साथ लिबं सालवेज, उन्नत रोबॉटिक शल्यचिकित्सा (रोबॉटिक लन्ग रिसक्शन्स, थायराइडैक्टॉमीज़ तथा ट्रान्स-ओरल रोबॉटिक सर्जरी) और पेरिटोनियल मलिगनन्‍सि के लिए इन्‍ट्रापेरिटोनियल कीमोथेरपि के साथ साइटोरिडक्‍टिव़ सर्जरी की गई हैं।

Last Updated :02-Sep-2022