अनुसंधान

पूर्ण अनुसंधान

पीजी अनुसंधान:

  1. मेटास्टेटिक फेफड़े के कैंसर रोगी छह मिनट के वॉक टेस्ट (6MWT) के साथ कीमोथेरेपी उपचार के परिणाम का सहसंबंध।
  2. ‘’माध्यमिक सहज न्यूमोथोरैक्स वाले रोगियों में लगातार हवा के रिसाव के प्रबंधन मेंऑटोलॉगस रक्त पैच प्लुरोडिसिस बनाम डॉक्सीसाइक्लिन प्लुरोडिसिस कीप्रभावकारिता की तुलना’’ - एक रैन्‍डमाइज़्ड  कंट्रोल्‍ड ट्रॉयल।
  3. ‘’पोस्ट पल्मोनरी ट्यूबरकुलोसिस से जुड़े सी.ओ.पी.डी के बीच मेटाबोलिक सिंड्रोम की व्यापकता - एक क्रॉस-सेक्‍शनल स्‍टडी।
  4. क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज के साथ वयस्क रोगियों केस्थिर और तीव्र एक्ससेर्बेशनमें न्यूट्रोफिल लिम्फोसाइट अनुपात और प्लेटलेट इंडेक्स में भिन्नता का अध्ययन - एक हॉस्‍पिटल बेस्‍ड क्रॉस सेक्‍शनल स्‍टडी।  
  5. टेक्‍नेटियम-99एम (Technetium-99m) का उपयोग करके वायुकोशीय-केशिका झिल्ली पारगम्यता का आकलनडायथिलीन ट्रायमाइनपेंटा एसीटेट (टीसी 99 एम-डीटीपीए) एरोसोल डिफ्यूज सिस्टमिक स्क्लेरोसिस वाले मरीजों में -एक क्रॉस सेक्शनल स्टडी' ।
  6. एक तृतीयक देखभाल केंद्र, पांडिच्‍चेरी में स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों के बीच तपेदिक के लिए सक्रिय मामले का पता लगाना।  

प्राप्त अनुदान 

क्रम सं.

प्रधान अन्वेषक का नाम और शीर्षक

राशि (रु.)

अनुदान की अवधि  

अनुदान एजेंसी

1.

डॉ. एस. विनोद कुमार (प्रधान अन्वेषक)

 

क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज के साथ वयस्क रोगियों के स्थिर और तीव्र तीव्रता में न्यूट्रोफिल लिम्फोसाइट अनुपात और प्लेटलेट इंडेक्स मेंभिन्नता का अध्ययन - एक हॉस्‍पिटल बेस्‍ड- क्रॉस सेक्‍शनल स्‍टडी।

आई.एन.आर 33,241/-

जारी

3 वर्ष (जुलाई 2018-जून 2020)

जिपमेर

 

2.

डॉ. धर्म प्रकाश द्विवेदी (प्रधान अन्वेषक)

 

डिफ्यूजसिस्टमिक स्क्लेरोसिस-एक क्रॉस सेक्शनल स्टडी वाले मरीजों मेंटेक्नेटियम-99 एम डायथिलीन ट्रायमाइन पेंटा एसीटेट (टी.सी 99 एम-डी.टी.पी.ए) एरोसोल का उपयोग कर वायुकोशीय-केशिका झिल्ली पारगम्यता का आकलन।

रु.76,000/-

 

3 वर्ष (जुलाई 2018-जून 2020)

जिपमेर

भीतरी अनुदान   

3.

 

डॉ. मधुस्मिता मोहंती महापात्रा (प्रधान अन्वेषक)

‘’क्लिनिकल, माइक्रोबायोलॉजिकल एंड फंक्शनल फेनोटाइप ऑफ ब्रोंकिएटेसिस इन ए टर्शियरी केयर हॉस्पिटल, ए डिस्क्रिप्टिव स्टडी।‘’

 

रु. 2,00,000/-

3 वर्ष

(जुलाई 2019-2021

 

जिपमेर

 भीतरी अनुदान   

4.

डॉ. जी. विष्णुकांत (प्रधान अन्वेषक)

‘’ट्यूबरकुलर सर्वाइकल एडेनाइटिस का क्लिनिकल और एपिडेमियोलॉजिकल प्रोफाइल- एक अस्पताल आधारित ऑब्जर्वेशनल स्टडी’’

रु.1,16,000/-

3 वर्ष

जनवरी 2020-दिसंबर 2022

जिपमेर

 भीतरी अनुदान  

5.

डॉ. एस. विनोद कुमार (प्रधान अन्वेषक)

‘’एक तृतीयक देखभाल केंद्र में एम्पाइमा के रोगियों के लिए एक रोगसूचक कारक के रूप में रैपिड स्कोर’’ - एक संभावित अवलोकन अध्ययन

रु.1,47,000/-

जुलाई 2019-2022

जिपमेर

 भीतरी अनुदान  

1.     

डॉ. एस. विनोद कुमार (सह-प्रधान अन्वेषक)

‘’पार्थेनियम हिस्टेरोफोरस और डोलिचोंड्रोनप्लाटिकालेक्स पराग एलर्जेन का इम्यूनोलॉजिकल और आणविक लक्षण वर्णन और एलर्जिक राइनाइटिस और ब्रोन्कियल अस्थमा में उनकी भूमिका।‘’  

रु.5,24,112.69

2015-2021

जिपमेर

 भीतरी अनुदान  

2.                   

डॉ. एस. विनोद कुमार (सह-प्रधान अन्वेषक)

 

‘’तपेदिक मेनिन्जाइटिस के रोगी से माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस की आणविक निदान तनाव टाइपिंग और ट्रांसक्रिपटोमिक प्रोफाइलिंग।‘’

रु.

1,75,000/-

2018-2021

जिपमेर

 भीतरी अनुदान  

बाहरी अनुदान :

क्रम सं.

प्रधान अन्वेषक का नाम और शीर्षक

राशि (लाख रुपये में)       

अनुदान की अवधि  

अनुदान एजेंसी

1

डॉ. मंजू .आर (प्रधान अन्वेषक)

‘’तृतीयक देखभाल केंद्र, पांडिचेरी में स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों के बीच तपेदिक के लिए सक्रिय मामले का पता लगाना।‘’

रु. 30,000/-

जारी

(जुलाई 2018-जनवरी 2021)

 

एनटीईपी- या

पीजी थीसिस

(वित्त पोषित)

2

डॉ मंजू।आर (प्रधान अन्वेषक)

‘’पुदुच्‍चेरी में एक तृतीयक देखभाल अस्पताल में क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) के लिए इनहेल्ड कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स पर रोगियों में सक्रिय तपेदिक कापता लगाना।‘’

 

रु.20,000/-

जारी

(जून 2019 - जून 2022)

भारतीय क्षय रोग संघ (TAI)

 

3

डॉ. धर्म प्रकाश द्विवेदी (प्रधान अन्वेषक)

आई.सी.एम.आर  का नेटवर्क ऑफ पल्मोनरी फाइब्रोसिस (INPF)।

रु.35,35,000/-

जारी

(2020-2024)

5 साल

बाहरी अनुदान

आई.सी.एम.आर

 

4

डॉ. मधुस्मिता एम. महापात्रा (प्रधान अन्वेषक)

‘’इनहेलर डिवाइस प्रिस्क्रिप्शन के लिए सी.ओ.पी.डी रोगियों में पीक इंस्पिरेटरी फ्लो का आकलन।‘’

 

रु. 30,000/-

जारी

टीबी एसोसिएशन ऑफ इंडिया

 

5

डॉ. विष्णुकांत .जी (प्रधान अन्वेषक)

‘’कॉडा -70 स्कोर का उपयोग कर क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (AECOPD) केएक्यूट एक्ससेर्बेशन वाले रोगियों का रोग-संबंधी मूल्यांकन - एक अस्पतालआधारित संभावित अवलोकन संबंधी अध्ययन।‘’

 

रु. 30,000/-

जारी

टी.बी एसोसिएशन ऑफ इंडिया

 

6

डॉ विष्णुकांत जी (प्रधान अन्वेषक)

क्रॉनिकऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज के रोगियों के बीच नैदानिक ​​​​प्रस्तुति, प्रबंधन और परिणाम - भारतीय सीओपीडी रजिस्ट्री (आई.एन.सी.ओ.आर) अध्ययन।

अनुदान के लिए आवेदन किया गया

जारी

अनुदान के लिए आवेदन किया गया

7.

डॉ. एस. विनोद कुमार (सह प्रधान अन्वेषक)

‘’भारत में सफल टीबी उपचार के बाद फुफ्फुसीय टीबी रोगियों में तपेदिक (टीबी) कीपुनरावृत्ति की रोकथाम में वीपीएम1002 की प्रभावकारिता और सुरक्षा कामूल्यांकन करने के लिए एक बहुकेंद्रीय चरण II/III डबल-ब्लाइंड, रैन्‍डमाइज़्ड, प्लेसबो कंट्रोल्‍ड स्‍टडी।‘’

आई.एन.आर 74,97,331

जारी

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एस.आई.आई.पी.एल), भारत, प्रायोजित क्लिनिकल परीक्षण।

 

1.     

डॉ. एस. विनोद कुमार (सह प्रधान अन्वेषक)

‘’तपेदिक के लिए क्षेत्रीय भावी प्रेक्षण अनुसंधान में प्रतिभागियों से डेटा औरनमूने एकत्र करने के लिए सामान्य प्रोटोकॉल (रिपोर्ट इंडिया) कंसोर्टियम।‘’

रु. 56,91,362

 

जारी

जैव प्रौद्योगिकी विभाग, सरकार।  ऑफ इंडिया और सी.आर.डी.एफ ग्लोबल, यू.एस

 

2.                   

डॉ. एस. विनोद कुमार (सह प्रधान अन्वेषक )

‘’पल्मोनरी और अतिरिक्त फुफ्फुसीय तपेदिक रोगियों में प्रतिरक्षा सेल प्रकारों कीमात्रा और सेल प्रकार विशिष्ट बायोमार्कर अभिव्यक्ति की पहचान’’

आई.एन.आर.

17,00,000

जारी

सार्वजनिक स्वास्थ्य, इंग्लैंड 

 

3.                   

डॉ. एस. विनोद कुमार (सह प्रधान अन्वेषक)

‘’लगातार अस्थमा वाले दक्षिण भारतीय रोगियों में इनहेलेशन कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स कीप्रतिक्रिया पर विटामिन डी स्तर से संबंधित विटामिन डी स्तर और आनुवंशिक बहुरूपता का संघा’’

आई.एन.आर.

12,26,450

जारी

आई.सी.एम.आर

प्रकाशन - इंडेक्ज़्ड जर्नल 

  1. मुल्कोजू .आर, शक .वी.के, राजाराम .एम, कुमारी .आर, नेगी .वी.एस, मोहंती महापात्र .एम, गोविंदराज .वी, द्विवेदी .डी.पी, महेश बाबू .वी– ‘’सिस्टमिक स्क्लेरोसिस में पल्मोनरी मैनिफेस्टेशन: अस्पताल-आधारित वर्णनात्मक अध्ययन। क्योरस. 2020 जून 16;12(6):e8649। डी.ओ.आई: 7759/cureus.8649। पी.एम.आई.डी: 32685316; पी.एम.सी.आई.डी: पी.एम.सी 7366045।
  2. राजाराम .एम, मालिक .ए, मोहंती मोहपात्र .एम, विजयगीता .एम, महेश बाबू .वी, वैली .एस, शक .वी.के – ‘’नवनिदान स्मीयर पॉजिटिव पल्मोनरी ट्यूबरकुलोसिस के साथ बुजुर्ग और युवा रोगीके बीच नैदानिक, रेडियोलॉजिकल और प्रयोगशाला मापदंडों की तुलना’’ : एक अस्पताल-आधारित क्रॉस सेक्शनल स्‍टडी। क्योरस। 2020 मई 27;12(5):e8319। डी.ओ.आई: 7759/cureus. 8319। पी.एम.आई.डी: 32607302; पी.एम.सी.आई.डी: पी.एम.सी 7320658।
  3. कलैयरसन एल्‍लप्‍पन, सुवरंकर दत्ता, मुत्‍तैया मुत्‍तुराज, सुबिथा लक्ष्मीनारायणन, जेन .ए, प्लेसकुनास, चार्ल्स रॉबर्ट हॉर्सबर्ग जूनियर, पद्मिनी सालगामे, नताशाहोचबर्ग, सोनाली सरकार, जेरोल्ड .जे, एलेनर, गौतम रॉय, मरिया जोस, साका विनोद कुमार जोसफ – ‘’MGIT960 में माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस कॉम्प्लेक्स रिकवरी और संदूषण दर को प्रभावित करने वाले कारकों का मूल्यांकन।‘’ भारतीय ज. ट्यूबर। 2020; 67 (4): 466-471।   
  4. कृष्णाप्रिया कृष्णाकुमारीम्मा, कलैयरसन इल्लप्पन, मुत्‍तैया मुत्‍तुराज, कदिरवन तमिलरसु, शका विनोद कुमार, नोयल मारिया जोसफ – ‘’दक्षिण भारत में एक तृतीयक देखभाल अस्पताल में तपेदिक मैनिंजाइटिस रोगियों सेपृथक माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस उपभेदों के आणविक निदान, आनुवंशिक विविधता और दवा संवेदनशीलता पैटर्न।‘’ एक और। 2020;15(10): e0240257।
  5. प्रेमपेरुमाल, मोहम्मद बिलाल अब्दुल्लातिफ, हैरियट .एन. गारलेंट, इसोबेलाहनीबोर्न, मार्क लिपमैन, टिमोथी डी. मैकहुग, जो सदर्न, रोनन ब्रीन, जॉर्जसैंटिस, कलैयरसन एल्‍लप्‍पन, शाका विनोद कुमार, हरीश बेलगोडे, इब्राहिम अबुबकर, संजीव सिन्हा, शेषाद्री एस. वासन नोयल जोसेफ और करण .ई. केम्पसेल – ‘’वास्तविक समय पीसीआर द्वारा अव्यक्त और सक्रिय तपेदिक में विभेदित रूप से व्यक्त प्रतिरक्षा बायोमार्कर का सत्यापन।‘’ फ्रंट इम्यूनोलॉजी. 2021;11: 612564.doi:10.3389/fimmu.2020.612564।
  6. वेंकटाचलम .पी, द्विवेदी .डी.पी, गोविंदराज .वी – ‘’एफ.ई.वी1/एफ.ई.वी6 क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज के निदान में एफ.ई.वी1/एफ.वी.सी के लिए एक सरोगेट के रूप में प्रभावी है। इंडियन जर्नल ऑफ ट्यूबरकुलोसिस। 2021;68(2); 230-5.
  7. बाई .एम, द्विवेदी .डी.पी, विष्णुकांत .जी, रामसुब्रमण्यम .के – ‘’स्वतः स्फूर्तन्यूमोमेडियास्टिनम, न्यूमोपेरिकार्डियम और सबक्यूटेनियस एम्फिसीमा ऑटोइम्यून फीचर्स के साथ इंटरस्टिशियल निमोनिया के मामले में।‘’ इंडियन जर्नल ऑफ ट्यूबरकुलोसिस.2020; 67:567-70.।
  8. तंगवेलु .के, कृष्णकुमारियम्मा .के, पल्लम .जी, प्रकाश .डी.डी, चंद्रशेखर .एल, कलैयरसन .ई, दास .एस, मुत्‍तुराज .एम, द्विवेदी .डी.पी, जोसफ .एन.एम – ‘’दक्षिण भारत में फुफ्फुसीय और अतिरिक्त फुफ्फुसीय तपेदिक संदिग्धों के बीचगैर-ट्यूबरकुलस माइकोबैक्टीरिया की व्यापकता और विनिर्देश।‘’ संक्रामक और सार्वजनिक स्वास्थ्य के जर्नल। 2021 मार्च 1;14(3):320-3।
  9. उपाध्याय .पी, चारी .आर, चावला .जी, वडाला .आर, मोहंती .एम – ‘’एक पुरानी समस्या का नया मोड़: कोविड-19 और इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस।‘’ सलाह रेस्पिर मेड। 2021;89(1):84-85. डी.ओ.आई: 5603/ए.आर.एम.ए2020.0177। ई.पब 2021; 20 जनवरी। पी.एम.आई.डी: 33471349।
  10. बाई .एम, वेमुरी .एम.बी, मोहपात्रा .एम.एम, एमपी .एस, सिस्टला .एस, सुगुमारन .आर – ‘’स्ट्रेप्टोमाइसेस निमोनिया एक इम्युनोकोम्पेटेंट एडल्ट में - एक दुर्लभ आइसोलेट।‘’ सलाह रेस्पिर मेड। 2021;89(1):68-71. डी.ओ.आई: 5603/ए.आर.एम.ए 2020.0171। ई.पब 2021 20 जनवरी। पी.एम.आई.डी: 33471359।
  11. मोहपात्रा .एम.एम, मोहपात्र .डी.पी – ‘’पैथोलॉजिकल इंटरकोस्टल लंग हर्नियेशन के साथक्लेबसिएला न्यूमोनिया।‘’ इंडियन ज. मेड रेस. 2020 सितंबर;152(3):320-321। डी.ओ.आई: 4103/ijmr.IJMR_747_18. पी.एम.आई.डी: 33107495; पी.एम.सी.आई.डी: पी.एम.सी 7881823। 
  12. जावथ हुसैन .एस, सेल्वराज .जे, मोहंती मोहपात्रा .एम, राजेंद्रन .एस – ‘’प्लुरल फ्लुइडवाईकेएल -40 की नैदानिक ​​​​उपयोगिता घातक फुफ्फुस बहाव के मार्कर के रूपमें।‘’ कर्रप्रोब्ल कैंसर। 2019 अगस्त;  43(4):354-362। डी.ओ.आई: : 10.1016/j.currproblcancer.2018. 001। ई.पब 2018 नवंबर 3। पी.एम.आई.डी: 30471784।
  13. मोहपात्रा .एम.एम, राजाराम .एम, माल्लिक .ए – ‘’फेफड़े के फोड़े का नैदानिक, रेडियोलॉजिकल और बैक्टीरियोलॉजिकल प्रोफाइल - एक अवलोकन अस्पताल आधारित अध्ययन।‘’ ओपन एक्सेस मैस्ड ज. मेड साइंस। 2018 सितंबर 23;6(9):1642-1646। डी.ओ.आई: 3889/oamjms.2018.374. पी.एम.आई.डी: 30337980; पी.एम.सी.आई.डी: पी.एम.सी 6182528।
  14. सारकॉइडोसिस ग्रुप (ए.एस.जी) में गठिया, अग्रवाल .वी, अग्रवाल वी, अग्रवाल ए, अग्रवाल पी, चौधरी .ए.सी, घोष .पी, जैन .ए, लॉरेंस .ए, मिश्रा .डी.पी, मिश्रा .आर, मोहपात्रा .एम.एम, नाथ .ए, नेगी .वी.एस, पांड्या .एस, रेड्डी .वी.वी, प्रसाद .एस, शर्मा .ए, शोभा .वी, सिंह .वाई.पी, त्रिपाठी .एस.आर, वाखलू .ए – ‘’सरकोइडोसिस में गठिया: भारत से एक बहुकेंद्रित अध्ययन।‘’ इंट ज. रुम डिस। 2018 सितंबर;21(9):1728-1733। डी.ओ.आई: 1111/1756-185X.13349। ई.पब 2018 सितंबर 5। पी.एम.आई.डी: 30187668।
  15. रवींद्र चारी, लियो स्नेहा, गोविंदराज विष्णुकांत, राजाराम मंजू –‘’उच्च घनत्व वाले रेडियोलॉजिकल अपारदर्शिता का एक असामान्य कारण।‘’ सलाह रेस्पिर मेड। 2020; 88: 157–159।
  16. मुनिजा बाई, विष्णुकांत गोविंदराज, अभिषेक सिंह चौहान, भीमनाती हनुमान श्रीनिवास, जिन्कलाश्री रेखा, विजयरंगम नरेनचंद्र – ‘’मेटास्टेटिक परिधीय तंत्रिका म्यान ट्यूमर।‘’ एक नैदानिक ​​आश्चर्य। छाती रोगों के मोनाल्डी अभिलेखागार। 2021; 91:1658।

प्रकाशन-नॉन इंडेक्ज़्ड जर्नल्स

  1. अनीसा शाहुल, विष्णुकांत गोविंदराज, शक विनोद कुमार, वीर सिंह नेगी, विनय पंडित, अभिषेक सिंह चौहान – ‘’तीव्र गंभीर अस्थमा में एलर्जिक ब्रोंकोपल्मोनरी एस्परगिलोसिस’’ - एक क्रॉस सेक्शनल स्‍टडी। जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंड डायग्नोस्टिक रिसर्च 2020 मई, वॉल्यूम-14(5): OC12-OC15।
  2. वेमुरी .एम.बी, राजाराम .एम, मोहपात्रा .एम.एम, विजयगीता .एम, नेगी .वी.एस, आदितन .एस, एवं अन्‍य - ‘’दक्षिण भारत के एक तृतीयक देखभाल केंद्र में अंतरालीय फेफड़ों के रोगों का वितरण।‘’ इंट ज.एड मेड। 2021 फरवरी 23;8(3):420।
  3. मोहपात्रा. एम.एम, राजाराम .एम, द्विवेदी .डी.पी, गोविंदराज .वी, उपाध्याय .पी –‘’कोविड ​​​​-19 के उपचार के विकल्पों का अवलोकन।‘’ इंटरनेशनल जर्नल ऑफ बेसिक एंड क्लिनिकल फार्माकोलॉजी। 2020 नवंबर;9(11):1770।
  4. एम.टी. फ़्रीजी, देवीप्रसाद मोहपात्र, प्रशांत पेनुमाडु, मधुस्मिता मोहपात्रा –‘’तपेदिक टेनोसिनोवाइटिस के चावल निकाय।‘’ इंडियन जर्नल ऑफ सर्जरी। 2020 जुलाई 2: Pg1-2।
  5. मोहपात्रा मोहंती मधुस्मिता, राजाराम मंजू, द्विवेदी धर्म प्रकाश, गोविंदराज विष्णुकांत, उपाध्याय प्रताप –‘’कोविड -19 के लिए उपचार के विकल्पों का अवलोकन। बुनियादी और नैदानिक ​​औषध विज्ञान की अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका।‘’ 2020 नवंबर:9(11) पीजी- 1770-1777।
  6. मोहपात्रा .डी.पी, साहू .जे.पी, मोहपात्रा .एम.एम, कर .एस.एस, कल्याणी .एस, रॉय .ए-‘’ ओपन एक्सेस मैसेड ज. मेड साइंस।‘’ 2020 फरवरी 5:6(E) 60-64।
  7. गणेशन .आर, गौर .जी.एस, कार्तिक .एस, विष्णुकांत .जी – ‘’क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरीडिजीज में हृदय गति परिवर्तनशीलता और दक्षिण भारतीय आबादी में रोग की गंभीरता के साथ इसका संबंध।‘’ नेटल ज. फिजियोल फार्म फार्माकोल 2020; 10 (03): 209-214।
  8. तेज .पी.एस, कुमार .एस.वी, विष्णुकांत .जी – ‘’क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज केरोगियों में एयरफ्लो बाधा की गंभीरता के साथ छह मिनट के वॉक टेस्ट और इंक्रीमेंटल शटल वॉक टेस्ट का सहसंबंध।‘’ ज. असोक चेस्ट फिजिशियन 2021; 9: 22-8।
  9. विष्णुकांत .जी, रवींद्र .ए.जी, सेल्वराजा .सी, नरेनचंद्र .वी – ‘’दाएं ऊपरी क्षेत्र की अस्पष्टता का एक असामान्य कारण -अजीगस विदर।‘’ ज. असोक चेस्ट फिजिशियन 2021;9:49-50।
  10. गोविंदराज विष्णुकांत, धर्म प्रकाश द्विवेदी, चेल्लामुथु सेल्वराज, विजयरंगम नरेनचंद्र, कोट्टैसमी रामसुब्रमण्यम – ‘’स्किमिटर साइन-रोचक रेडियोलॉजी।‘’
Last Updated :29-Aug-2022