सामान्य जानकारी
रोधक और सामाजिक आयुर्विज्ञान विभाग ने चिकित्सा शिक्षा, सामुदायिक देखभाल और अनुसंधान के क्षेत्र के अग्रदूतों में एक अग्रणी रूप में उभर कर सामने आया है। विभाग शुरूआत के समय से हीं स्नातकपूर्व छात्रों के प्रशिक्षण में और वर्ष 1979 के बाद से स्नातकोत्तर छात्रों के प्रशिक्षण में सक्रिय रूप से भागीदार रहा है। चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान में अपना योगदान देने वाले समर्पित सदस्य दल के अतिरिक्त विभाग जिमपेर के शहरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 10,000 की आबादी के लिए परिवार फोल्डर आधारित व्यापक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करता है, जो कि डिजिटल होने की प्रक्रिया में है। शहरीय स्वास्थ्य केंद्र में शाम की क्लिन्इक की स्थापना का उद्धेश्य समाज में सेवाओं की पहुंच में सुधार करना है। विभाग विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय वित्तपोषित परियोजनाओं का संचालन करता है। विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के कार्यान्वयन की देखरेख करने और विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों में राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण को परामर्श प्रदान करने के अलावा विभाग ने पुदुच्चेरी के लिए आई.सी.डी.एस. निगरानी हेतु नोडल केंद्र के रूप अपनी सेवाएँ दी हैं। नियमित एम.डी. (सामुदायिक चिकित्सा) और स्नातकपूर्व प्रशिक्षण के अतिरिक्त, विभाग में 2014 से मास्टर्स इन पब्लिक हेल्थ (एम.पी.एच.) और सामुदायिक चिकित्सा में पी.एच.डी. में प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। अन्य पाठ्यक्रमों जिनमें फ़ेलोशिप और पी.एच.डी. शामिल हैं, उन्हें जिपमेर इंटरनेशनल स्कूल ऑफ़ पब्लिक हेल्थ (जे.आई.एस.पी.एच.) के अंतर्गत योजनाबद्ध किया जा रहा है। विभाग का उद्देश्य उपलब्ध संसाधनों के साथ रोगियों को सर्वोत्तम देखभाल और जिपमेर के अन्य विभागों के साथ उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण के साथ-साथ अच्छी टीम भावना प्रदान करना है।
Last Updated :30-Aug-2022