सामान्य जानकारी
नेत्ररोगविज्ञान विभाग वार्षिक रूप से 50,000 से अधिक बहिरंग रोगियों को व्यापक नेत्र देखभाल सेवाएं प्रदान करता है और लगभग 4000 शल्यचिकित्साएं की गईं। इस विभाग में 6 संकाय, 5 ऑप्टोम्इट्रिस्ट/ ऑफ़्थैल्मिक तकनीशियन, 4 वरिष्ठ रेज़िडेन्ट्स एवं 17 कनिष्ठ रेज़िडेन्ट्स और अन्य सहायक कर्मचारी हैं। यह ग्लॉकोमा, कॉर्निया, रेटिना, रेटिनोपैथी ऑफ़ प्रिमैच्यूरिटि, पीडिऐट्रिक ऑफ़्थैल्मालॉजि और स्ट्रबिज्मस (भेंगापन), ऑक्यूलोप्लास्टी और न्यूरोऑफ़्थैल्मालॉजि में उप विशिष्टता सेवाएं प्रदान करता है। इन सेवाओं को सशक्त बनाने के लिए उन्नत प्रकार के उपकरण उपलब्ध हैं जिनमें ऑप्टिकल कोहिअरन्स टोमोग्राफी, फ़न्डस फोटोग्राफी और ऐन्जियोग्रॉफी, स्कीम्पफ्लग पर आधारित कॉर्नियल टोपोग्राफी, स्पेक्युलर माइक्रोस्कोपी, नेत्र बैंक, नॉन-कॉन्टैक्ट टोनोमेट्री, कई प्रकार के लेजर और ऑप्टिकल बॉयोमेट्री भी शामिल हैं। विभाग में फॉकोइमल्सिफ़िकेशन के अलावा केराटोप्लास्टी, ग्लोकोमा सर्जरियाँ, रेटाइनल डिटैच्टमन्ट सर्जरियाँ, विट्रिअस सर्जरियाँ, ऑक्युलोप्लास्टी और स्क्विन्ट सर्जरी जैसी संकुल नेत्रशल्यचिकित्सा नियमित रूप से की जाती है। विभाग में लेज़र प्रक्रियाएं जैसे कि पी.आर.पी., ग्रिड/फ़ोकल लेज़र, बैरेज लेज़र, आर.ओ.पी. लेज़र, एन.डी.वाई.ए.जी. कैप्स्यूलोटॉमी/ इरिडोटॉमी इत्यादि भी नियमित रूप से किए जाते हैं। अंतरंग रोगी देखभाल सेवाओं के अलावा, विभाग रोगी आउटरीच कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से शामिल है और विद्यालयों तथा गाँवों में कई शिविरों का आयोजन भी किया गया है। संकाय और रेज़िडेन्टओं ने अनेक सम्मेलनों में प्रस्तुतियाँ और पुरस्कारों का श्रेय हासिल करने के साथ-साथ शैक्षणिक एवं अनुसंधान गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लिया।
Last Updated :01-Sep-2022