विभागीय प्रशासन का समन्वय विभागाध्यक्ष द्वारा किया जाता है। प्रत्येक नैदानिक उप-विशिष्टता में एक संकाय प्रभारी होते हैं, जो विशिष्टता के विकास एवं दैनिक गतिविधियों के लिए जिम्मेदार होते हैं।