अनुसंधान

  1. कद का अनुमान और क्रैनियोमेट्री -दक्षिण भारतीय वयस्क आबादी मेंएक कंप्यूटेडटोमोग्राफी (सीटी) स्कैन आधारित अध्ययन।
  2. मस्तिष्क मेरुद्रव में सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम, क्लोराइड और ग्लूकोज के स्तर में परिवर्तन का विश्लेषण करके मृत्यु-अंतराल का अनुमान- तृतीयक देखभाल केंद्र में एक अध्ययन।
  3. घातक दुपहिया वाहन सड़क यातायात दुर्घटनाओं में पीछे बैठे सवार के घायल होने का पैटर्न।
  4. अत्यधिक तापमान भिन्नता के संपर्क में आने वाले शवों में मृत्यु-अंतराल के लिए Henssβge नोमोग्राम और शीतलन वक्र विधि की भविष्यवाणी की सटीकता।
  5. दक्षिण भारत में एक तृतीयक स्वास्थ्य देखभाल अस्पताल में फोरेंसिक शव परीक्षा में फुफ्फुसीय और अतिरिक्त फुफ्फुसीय तपेदिक का प्रसार।
  6. घर्षणकी उम्र बढ़ने के लिए हिस्टोपैथोलॉजिकल प्रोफाइल और इम्यूनोहिस्टोकेमिकलमार्करों की भविष्यवाणी सटीकता: एक शव परीक्षा-आधारित अध्ययन।
  7. शीत-भंडारणनिकायों में ज्ञात घाव उम्र के साथ मानव त्वचीय घावों मेंप्रो-इन्फ्लैमेटरी साइटोकिन्स (इंटरल्यूकिन -1β, इंटरल्यूकिन -6 और ट्यूमरनेक्रोसिस फैक्टर-α) के स्तर का सहसंबंध।
  8. संकाय परियोजना: तृतीयक स्वास्थ्य देखभाल केंद्र में भाग लेने वाले बाल उत्तरजीवी के बीच कथित यौन शोषण की रूपरेखा।
  • प्राप्त अनुदान (भीतरी अनुदान और बाहरी अनुदान) (2020-21 में प्रोजेक्ट टाइटल की सूची, टेबल फॉर्मेट में) 

क्रम सं.

 

प्रधान अन्‍वेषक

 

शीर्षक

 

ऐजेंसी

 

अनुदान राशि

 

सहयोगी विभाग 

स्थिति

1

डॉ. सिद्धार्थ दास

 

 

जिपमेर

1,92,500

 

 

2

डॉ. अंबिका प्रसाद पात्र

 

जिपमेर

32,000

 

 

3

डॉ. विनोद अशोक चौधरी

 

जिपमेर

68,902

 

 

4

डॉ. विनोद अशोक चौधरी

 

जिपमेर

2,00,000

 

 

  • पेटेंट के लिए आवेदन किया / प्रदान किया गया: NIL
    • प्रकाशन – इंडेक्‍ज़्ड जर्नल्‍स (2020-21 में परियोजना शीर्षकों की सूची, 1,2,3 के रूप में गिने गए)
  1. दास .एस, श्रीनिवास .बी.एच, झांसी .एल.एम –‘’रबडोमायोलिसिस संबद्ध तीव्र गुर्दे की विफलता - दो घातक मामलों की रिपोर्ट और साहित्य की एक संक्षिप्त समीक्षा।‘’ ज. फोरेंसिक लेग मेड। 2020;71:101941।
  2. दास .एस, निसरीन .ए.आर, श्रीनिवास .बी.एच, नंदगोपाल .एस – ‘’घरेलू क्लीनर की मौत के मामले का निदान। एम ज. फोरेंसिक मेड पैथोल। 2020;41(3):203-206।
  3. दास .एस, कर .एस.एस, शिवनाथम .पी, शुक्ला .वी, रामवर्मन .एन –‘’एक तृतीयक देखभाल शिक्षण अस्पताल में स्नातक मेडिकल छात्रों के बीच जर्नल उपयोग की व्यापकता और पैटर्न-एक क्रॉस-सेक्‍शनल अनैजटिकल स्‍टडी।‘’ इंट ज. एड मेड हेल्थ रेस 2020; 7: 74-79।
  4. दास .एस, चौधरी .वी.ए, साहू .एस.के, जेरार्ड .पी.डी, चंद्र .ए – ‘’घातक आत्मघाती जलने का ऑटोप्सी ऑडिट: दक्षिण भारत में एक रेट्रास्‍पेक्टिव स्‍टडी।‘’ ज. इंड एकेड फोरेंसिक मेड। 2020;42(3):202-206।
  5. अशोक .एन, ए.पी. पात्रा, के.के शाह, जी.पी. देवनाथ – ‘’दक्षिण भारत में घातक विषाक्तता के मामलों के विष-महामारी विज्ञान, नैदानिक ​​और शव परीक्षा परिणाम का विश्लेषण।‘’ ज. इंडियन सोक टॉक्सिकॉल। 2020; 16(1):15-21।
  6. देवनाथ .जी.पी, पात्रा .ए.पी, चौधरी .वी, रायमान .ए.पी –‘’ 100 घंटे तक श्लेष द्रव पोटेशियम, सोडियम, क्लोराइड और ग्लूकोज के पोस्टमॉर्टम पाठ्यक्रम का निर्धारण।’’ दो साल का प्रॉसपेक्टिव स्‍टडी। ज. साउथ इंडिया मेडिकोलेगल एसोसिएशन 2021:12(2)। 
  7. देवनाथ .जी.पी, पात्रा .ए.पी – ‘’दक्षिण भारत में घातक ओडुवन विषाक्तता के विषाक्त परिणाम:’’ एक ऑटोप्सि बेस्‍ड स्‍टडी। ज. इंडियन सोसाइटी टॉक्सिकॉल। 2020;16 (1):27-30।
  8. अशोक .एन, पात्रा .ए.पी, देवनाथ .जी.पी, शाह .के.के – ‘’दक्षिण भारत में घातक विषाक्तता के मामलों का महामारी विज्ञान और प्रवृत्ति विश्लेषण:’’ पांच साल का रिकॉर्ड-बेस्‍ड स्‍टडी। ज. इंडियन सोसाइटी टॉक्सिकॉल। 2020;16(1):15-21.
  9. सतीश .के, शाह .के.के, पात्रा .ए.पी – ‘’दक्षिण भारत में एक तृतीयक देखभाल केंद्र में घातक सर्पदंश के मामलों की महामारी विज्ञान प्रोफ़ाइल।‘’ जर्नल ऑफ पंजाब एकेडमी ऑफ फॉरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी 2021; 21(1)।
  10. पात्रा .ए.पी, कुमारन .एम –‘’अवैध गर्भपात और लापरवाही यातना में घातक नेक्रोटाइज़िंग फासिसाइटिस।‘’ लेग मेड 2021। प्रकाशन के लिए स्वीकृत 3 मार्च 2021।
  11. सतीश .के, शाह .के.के, पात्रा .ए.पी – ‘’दक्षिण भारत में एक तृतीयक देखभाल केंद्र में घातक सांप के काटने के ऑटोप्सी मामलों की हिस्टोपैथोलॉजिकल प्रोफाइल।‘’ मिस्र के ज. फोरेंसिक विज्ञान। 2021;11(1):1-8.
  12. एडोल .पी.एस, बोरा .एस, चौधरी .वी.ए – ‘’वैद्य गैस क्रोमैटोग्राफी-आयन ट्रैप मास स्पेक्ट्रोमेट्री की क्लिनिकल यूटिलिटीएंटीकोलिनेस्टरेज़ पेस्टिसाइड पॉइज़निंग वाले रोगियों में।विश्लेषणात्मक जैव रसायन।‘’ 2021 मार्च 9:114158।
  13. झांसी .एल.एम, चौधरी .वी.ए, पम्पा .सी.टी -‘’ कुंद आघात पेट के परिणामस्वरूप सामान्य पित्त नली के टूटने के कारण पित्त संबंधी पेरिटोनिटिस का एक दुर्लभ मामला।‘’ ज. फॉर मेड साइंस लॉ। 2020;29(2):65-9।
  14. वेंकटेश .जे, चौधरी .वी.ए, सुकुमार .एस – ‘’विभिन्न स्टर्नल लंबाई से कद का अनुमान: दक्षिण भारतीय आबादी में एक शव परीक्षा आधारित अध्ययन। ज. इंडियन एकेड फॉरेंसिक मेड. 2020;42(2):80-3।
  15. वेंकटेश .जे, चौधरी .वी.ए, सुकुमार .एस – ‘’प्रतिगमन विश्लेषण द्वारा कपाल टांके की लंबाई से कद का अनुमान: दक्षिण भारत में एक कैडवरिक स्‍टडी।‘’ इंडियन ज. फोरेंसिक मेड पैथोल. 2020;71:101941।
Last Updated :26-Aug-2022