सामान्य जानकारी

यह विभाग अपनी स्थापना से ही मुख्य तीन पहलुओं जैसे शिक्षण, रोगी देखभाल सेवाएं और अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित रहा है। विभाग में रोगी देखभाल सेवाओं के लिए 24 घंटें अत्याधुनिक नैदानिक रसायन प्रयोगशाला और उपकरण उपलब्ध हैं। रोगी देखभाल सेवा में लगातार सुधार लाने के लिए साप्ताहिक रोगी देखभाल समीक्षा और गुणवत्ता ऑडिट बैठकें आयोजित की जाती है। अप्रैल 2020 में एक समर्पित कोविड लैब की स्थापना की गई और तब से यह कोविड रोगियों की कोविड देखभाल और प्रबंधन कार्य में समर्थन कर रही है। पूर्णकालिक शिक्षण संकाय एम.बी.बी.एस., एम.एससी., बी.एससी. (मेडिकल लैब प्रौद्योगिकी), बी.एससी. (एलाइड हेल्थ साइन्स), बी.एससी. (नर्सिंग) और पीएच.डी. कार्यक्रमों के विभिन्न पाठ्यक्रमों के छात्रों को शिक्षित और प्रशिक्षित करते हैं। जीवरसायन विभाग जिपमेर में शोध के लिए अग्रणी रहा है। कई शोध गतिविधियों को इंट्राम्यूरल और साथ ही साथ एक्स्ट्राम्यूरल निधि दोनों के साथ किया जाता है। इस विभाग में आई.सी.एम.आर., सी.एस.आई.आर., बी.ए.आर.सी. और यू.जी.सी. द्वारा वित्त पोषित कई अनुसंधान परियोजनाऍ सफलतापूर्वक पूरी हो चुकी हैं। संकाय सदस्य स्थानीय, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर के संगठनों में विभिन्न गतिविधियों के लिए विशेषज्ञ होते हैं। जीवरसायन विभाग के संकाय और छात्रों को विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर उनके शोध कार्य और प्रकाशन के लिए लगातार कई पुरस्कार प्राप्त होते रहे हैं। कोविड रोगियों के प्रबंधन के लिए सी.आर.पी. और आई.एल.-6, रोगी देखभाल सेवाओं के लिए विटामिन बी.12 और फॉलेट जैसी नई जाँच शुरू की गई।

Last Updated :26-Aug-2022